Friday, December 31, 2021

December 31: Kisan Andolan

Happy New Year 2022

अंतरिम संविधान, अंतरिम सरकार, प्रथम संविधान सभा

राष्ट्रपति विद्या देवी भण्डारी ले यो लुच्चा लफंगा देउबा सरकार लाई बर्खास्त गरेर एउटा अंतरिम सरकार को स्थापना गर्नु पर्दछ। र संसद को प्रत्येक प्रमुख दल ले त्यसको अनुमोदन गर्नुपर्छ। अनुमोदन नगरेसम्म क्रान्ति चलिरहन्छ। बरु संविधान सभा को चुनाव पछि पनि राष्ट्रपति विद्या देवी भण्डारी नै। आखिर महिला त हो।  

व्हिप जारी गरिएको संविधान सभा त संविधान सभा नै होइन। देश ले आफ्नो प्रथम संविधान सभा खोजेको छ। 




यो एउटा अवैध संविधान ले पैदा गरेको अवैध सरकार हो। यो अवैध संविधान ले देश को घाँटी अँठ्यायेयर बसेको छ। यो संविधान र यो सरकार आर्थिक क्रान्ति को बाटो मा तगारो हो। 

संविधान समाप्त भएर मधेस मा कंसराज पनि समाप्त हुन्छ। प्रत्येक कंस को पद जान्छ। 


संविधान सभा ले न्यायपालिका को पनि पुनर्संरचना गर्छ। राज्य को प्रत्येक अंग को पुनर्संरचना गर्छ। 

विवेकशील ले पञ्च मिश्र लाई बाई बाई गर्दै काठमाण्डु तताउनु पर्ने जस्तो देखियो। 

Thursday, December 30, 2021

CK Raut: Media Appearances

किसान आन्दोलन, बृहत मधेस आन्दोलन, भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलन



मधेस के, नेपाल के किसानों में राजनीतिक चेतना की कमी है। वैसे तो नेपाल में मतदाता और किसान लगभग प्रयायवाची शब्द हैं। लेकिन भारत जहाँ ७० साल से ज्यादा का लोकतंत्र का विरासत है उससे तुलना नहीं किया जा सकता। नेपाल में उस स्तर का चेतना का अपेक्षा नहीं किया जा सकता। 


नेपाल में राज्य (state) किसानों के प्रति उदासीन रहती है। उन्हें लगता ही नहीं कि वो वहाँ पर किसानों के लिए काम करने के लिए ही बैठे हुवे हैं।    

तो उस कठिन परिस्थिति में जनमत पार्टी ने जो आन्दोलन छेड़ा है और कुछ ही दिनों में जिस तरह एक जिल्ला सिरहा से प्रत्येक जिले तक पहुँच गयी है, मेरे को लगता है ये आन्दोलन कुछ उपलब्धि हासिल कर के रहेगी। 

बृहत मधेस आन्दोलन चुँकि संविधान संसोधन का मुद्दा ज्युँ का त्युं पड़ा हुवा है। और काठमाण्डु में एक अन्ना टाइप भ्रष्टाचार पकड़ के आन्दोलन हो जाता तो अच्छा रहता। तब तो देश अंतरिम सरकार की ओर जाती।   

विवेकशील वालों को चाहिए काठमाण्डु में आन्दोलन छेड़े। अच्छा मौका है। 





संयम के साथ आन्दोलन

सन २००५ में मार्शल लॉ की अवस्था थी। मानव अधिकार ससपेंड था। सभी प्रमुख नेता देश छोड़ निकले थे। उस समय मेरी दिल्ली में रहे राम वरण यादव जी से बात हुइ थी। अभी वो अवस्था नहीं है।  देश में तीन तह पर निर्वाचित नेता लोग हैं। खुल्लम खुल्ला राजनीतिक क्रियाकलाप करने का माहौल है। उस अवस्था में सरकार गिराने लेवल का आन्दोलन करना शायद संभव नहीं। कोरोना का तीसरा लहर आने को है। वो पक्कापक्की बात है। तो आन्दोलन को दो हप्ते या २० दिन के अन्दर सेफ लैंडिंग करा लेना मुनासिब दिख पड़ता है। 

किसान आन्दोलन के माँगो को लेकर मंत्रीमंडल स्तर पर वार्ता हो के समाधान निकाला जाए। आन्दोलन संगठन विस्तार का अच्छा मौका होता है। पार्टी के आम सदस्य और कार्यकर्ता का प्रशिक्षण। नए नए जिलों तक संगठन को ले जाना। ये तो किसान आन्दोलन है। किसान तो पहाड़ में भी रहते हैं। 

लेकिन आन्दोलन के राजनीति में २० दिन बहुत लम्बा समय होता है। २० दिन में क्या होगा अभी नहीं कहा जा सकता। ये आन्दोलन मधेस से उठ के काठमाण्डु के सडको तक अगर पहुँचती है तो बात कुछ और होगी। आन्दोलन को मधेस में ही सीमित रख के सरकार नहीं गिराया जा सकता है शायद। काठमाण्डु को जगाने का मुद्दा किसान या मधेस नहीं, भ्रष्टाचार का मुद्दा है। 

बहुत कठिन काम है जो कि जनमत पार्टी कर रही है। मेरा सराहना है। 



December 30: Kisan Andolan

Wednesday, December 29, 2021

किसान आन्दोलन को इन्तिफादा नहीं बनने देना है

इन्तिफादा अर्थात अपराइजिंग (Uprising), सिर्फ दुध के तरह उमल जाना। उस रास्ते पर नहीं जाना है। आन्दोलन को शक्ति में बदलना है। सत्ता हाथ में लेना है। माग रखना है लेकिन माँग पुरा नहीं किया तो आंदोलन असफल हो गया उस सोंच से आगे नहीं बढ़ना है। मांग तो पुरा नहीं करेंगे वो तो अभी से स्पष्ट है। करने का लुइर ही नहीं है। (ये हिन्दी नहीं मधेसी भाषा है। हिन्दी में लुइर शब्द नहीं है।) जिसको नाचना आता ही नहीं उसको आप कहिएगा नाचो नाचो। नाचो नहीं मंच खाली करो। तुम्हारा समय ख़तम। 

वार्ता के लिए देउबा, ओली, प्रचण्ड, माधव, उपेन्द्र। 

क्रान्ति अपना माँग नहीं पुरा करबाती। क्रान्ति सत्ता में जाती है। अपना काम सत्ता में जा के खुद करती है। 

सीके राउत के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार बनेगी। अंतरिम सरकार बनने का मतलब ये संविधान ख़तम और फिर से अंतरिम संविधान का जिन्दा हो जाना। और अंतरिम सरकार बनने के एक वर्ष के अन्दर देश का पहला संविधान सभा का निर्वाचन। हटो सत्ता से। तुम से नहीं हो रहा है कोइ काम। 

सीके राउत के प्रधान मंत्री बनते ही पहले दिन ही देश से ५०% भ्रष्टाचार ख़तम। क्यों कि न वो खुद भ्रष्टाचार करेंगे न अपने कैबिनेट को करने देंगे।  

सन २००५ और २००६ में गिरिजा का असंभव माँग था: संसद पुनर्स्थापना। लोग कह रहे थे संसद तो गया। नया संसद के लिए चुनाव हो सकता है। लेकिन मृत संसद फिर से जिन्दा कैसे हो सकता है? उस असंभव माँग के कारण पुरी व्यवस्था गयी, एक संविधान गया। जिस संविधान में वही कांग्रेस और कम्युनिस्ट एक कॉमा फुल स्टॉप भी बदलने को तैयार नहीं थे। 

तो अभी का जो किसान आन्दोलन का संविधान संसोधन का माँग है वो पुरा करना संभव ही नहीं है। तो सरकार गिरेगी। संविधान गिरेगा। अंतरिम सरकार बनेगी। 

आन्दोलन का intensity बढ़ाइए ताकि आन्दोलन लम्बे समय तक न चले। १९ दिन से ज्यादा चला तो ये लोग ज्ञानेन्द्र से भी ज्यादा क्रुर साबित होंगे। पुरा देश बन्द और अनुशासित जुलुस प्रदर्शन प्रत्येक कसबे कसबे में। रोज। रोज बैठक। रोज सभा। 

पार्टी अध्यक्ष के सुरक्षा के लिए टीम तैनात रहे। औपचारिक सुरक्षा घेरा के न मिलने तक।   

सीके किसी रानी के कोख से पैदा नहीं हुवे। लेकिन सीके के कर्म के कारण सीके की माँ रानी बनेगी। गणतंत्र की रानी। राजमाता। अंशुवर्मा किसी राजा के घर पैदा नहीं हुवे थे। गणतंत्र मधेस के लिए कोइ नई बात नहीं है। 

सीके के सत्ता में आने का दिन नेपाल में आर्थिक क्रान्ति का पहला दिन है और वो क्रान्ति लम्बा चलेगा। देश से गरीबी समाप्त होगा। 





December 29: Kisan Andolan

December 29: Dhamala, 2022, Pi phone

December 29: Autism, Remittance



मुख्यमन्त्री राउतको हात च्याप्पै समातेर भने, ‘एक बोरा खाद (मल) उपलब्ध गराई देऊ सरकार...



विदेश गएर पैसा कमाउन थालेपछि समाजमा सम्मान हुन थाल्यो : तुलानारायण साह

December 29: 2021

‘अस्पताल गए सम्पत्ति स्वाहा, नगए ज्यान’ झन्डै १० लाख क्रियाशील सदस्य भएको पार्टीको कुनै एक सदस्यलाई आपत पर्दा एक व्यक्तिको एक रुपैयाँ भन्ने अवधारणाअनुसार तत्काल १० लाख रुपैयाँ सहयोग उपलब्ध हुन सक्ने वातावरण तयार गरिनुपर्दछ । ............. पुरानै पारा र ढर्रा कायम रहिरहने हो भने काँग्रेसको विनाशलाई कसैले रोक्न सक्ने छैन । ........ बाध्यताले आमचुनावमा सहभागी हुन नपाउने अवस्थाको अन्त्य गर्दै श्रम गन्तव्य मुलुकबाटै मतदान गर्न पाउने नागरिक अधिकार रक्षाका लागि काँगे्रसले पहलकदमी लिनुपर्दछ ।

Tuesday, December 28, 2021

December 28: Kisan Andolan



काँग्रेस महामन्त्री विश्वप्रकाश शर्मा र मिलन पाण्डेबीच छलफल
आत्मनिर्भर राष्ट्रिय अर्थतन्त्रको विकासमा प्रचण्डका ८ सूत्र
जनमत पार्टीले बुधबार धनुषामा चक्काजाम गर्ने जनमत पार्टीका अध्यक्ष सीके राउतले पक्राउ परेका आफ्ना कार्यकर्तालाई २४ घण्टा भित्र नछाडे सिरहाका एसपीलाई जनकारबाही गर्ने धम्की समेत दिएका छन् । यता सिरहामा पक्राउ परेका जनमत पार्टीका कार्यकर्ताहरूलाई अदालतबाट तारेखमा रिहा गरिएको छ ।
काँग्रेस रूपान्तरणका १२ सूत्र