सुशीला कार्की भरष्टाचारतंत्र को लोकेन्द्र बहादुर चंद हो
सेनाको काम लॉ एंड आर्डर हो। त्यो पनि टेम्पररी। प्रधान मंत्री बनाउने सेनाले होइन। यो देश पाकिस्तान बनिसकेको छैन। जेन जी को क्रांति जेन जी को निर्णय। सुशीला कांग्रेसी हो। सुशीला को एजेंडा नै संसद कायम राख्ने हो। बालेन को सल्लाहकार म बन्छु। सुशीला भन्दा बढ़ी विदेश नीति मलाई थाहा छ।
सुशीला लाई प्रधान मंत्री बनाएछन भने फेरि क्रांति गर्नुपर्छ।
पंचायत विरुद्ध फासफुस आंदोलन भएको। दुइ चार सय कांग्रेसी यहाँ। दुई चार सय त्यहाँ। जेन जी ले फ्रेंच क्रांति गरे। विश्व इतिहास सुहाउँदो।
अर्नब ले भन्दैछ सीआईए। अरे बाबा सीआईए ले गर्न सक्दो हो त अमेरिका मैं गर्थ्यो। अमेरिका मा टनाटन भ्रष्टाचार छ।
लोकेन्द्र बहादुर चंद चार दिन टिकेको। सुशीला लाई दुई दिन।
पंचायत विरुद्ध फासफुस आंदोलन भएको। राजाले भने, ठीक छ मरीचमान मन परेन भने लौ तिमीलाई लोकेन्द्र चंद।
त्यस्तै आज सुशीला भिड़ाउंदैछन। होशियार।
संसद बिगठन गर। बल्ल कुरा गर।
Sushila Karki is the Lokendra Bahadur Chand of the corruption system.
The army’s job is law and order. That too, temporary. It is not the army’s role to make someone Prime Minister. This country has not yet become Pakistan. Gen Z’s revolution must be Gen Z’s decision. Sushila is a Congress person. Her agenda is precisely to preserve parliament.
I will be Balen’s advisor. I know more about foreign policy than Sushila.
If they make Sushila the Prime Minister, then another revolution will be necessary.
Against the Panchayat there was a whisper of movement—two or three hundred Congress workers here, two or three hundred there. Gen Z has carried out a French Revolution—one befitting world history.
Arnab says “CIA.” Oh please, if the CIA could do it, it would have done it in America itself. There is rampant corruption in America.
Lokendra Bahadur Chand lasted four days. For Sushila, maybe two.
Against the Panchayat there was a whisper of movement. The King said, “Fine, if you don’t like Marichman, then here, take Lokendra Chand.”
The same game is being played today with Sushila. Beware.
Dissolve parliament first. Only then talk.
यह रहा आपके पाठ का हिंदी अनुवाद:
सुशीला कार्की भ्रष्टाचारतंत्र की लोकेन्द्र बहादुर चंद है।
सेना का काम सिर्फ़ लॉ एंड ऑर्डर है, वह भी अस्थायी। प्रधानमंत्री बनाने का काम सेना का नहीं है। यह देश पाकिस्तान नहीं बना है। जेन जेड की क्रांति, जेन जेड का फ़ैसला होना चाहिए। सुशीला कांग्रेसी है। सुशीला का एजेंडा ही संसद को बनाए रखना है।
मैं बालेन का सलाहकार बनूँगा। विदेश नीति मुझे सुशीला से ज़्यादा पता है।
अगर सुशीला को प्रधानमंत्री बनाया गया तो फिर से क्रांति करनी पड़ेगी।
पंचायत के ख़िलाफ़ बस फुसफुस आंदोलन हुआ था—दो-तीन सौ कांग्रेसी यहाँ, दो-तीन सौ वहाँ। लेकिन जेन जेड ने तो फ्रांसीसी क्रांति कर डाली—विश्व इतिहास के अनुरूप।
अर्नब कहता है “सीआईए।” अरे बाबा, अगर सीआईए कर सकती तो पहले अमेरिका में करती। अमेरिका में तो खूब भ्रष्टाचार है।
लोकेन्द्र बहादुर चंद चार दिन टिके थे। सुशीला दो दिन भी नहीं टिकेगी।
पंचायत के ख़िलाफ़ बस फुसफुस आंदोलन हुआ था। राजा ने कहा—“ठीक है, अगर तुम्हें मरीचमान पसंद नहीं तो लो, लोकेन्द्र चंद ले लो।”
वैसी ही चाल आज सुशीला के साथ खेली जा रही है। होशियार रहो।
पहले संसद भंग करो। तभी बात करो।
