हम नगर जगाने आए हैं
सोइ आत्मा जग जाओ सबके सब
हम नगर जगाने आए हैं
शैतान के चुंगल से मुक्त हो जाओ
बहुत लम्बी चली ये कलियुग
अब सुबह होने को है
सब मिल इस युग को ख़त्म करो
एक नए युग की शुरुवात हो
एक झण्डा फहराओ
अपने घर के गुम्बज से
हम नगर जगाने आए हैं
हमारी आत्मा है जाग उठी
हम तो कल्कि सेना हैं
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